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बोर्ड परीक्षा के पेपर और उत्तर हुए लीक

 मुंबई: मुम्बई क्राइम ब्रांच ने पेपर लीक मामले में  अहमदनगर स्थित एक जूनियर कॉलेज के प्रिंसिपल और एक महीला शिक्षक सहित पांच लोगो को गिरफ्तार किया है। उनसे पुछताछ में पता चला है की इस ग्रुप्रने पेपर ही लीक नहीं किया , प्रश्नों के उत्तर भी खुद लिखे और व्हाट्सअप ग्रुप पर पोस्ट भी किए।


अभी तक जिस वाट्सअप ग्रुप के बारे में पता चला है उसमे 99 मेंबर्स थे। जॉच टीम का यह मानना है की इस तरह के और भी ग्रुप हो सकतें है। जिसकी जॉच चल रहीं है।

जिस पेपर लीक की जॉच की जा रही है वह परीक्षा 3 मार्च को हुए थी। जॉच टीम सभी आरोपियों के मोबाइल नंबरों की फोरेंसिक जॉच की जा रहीं है। यदि उन्होने कोई डेटा डीलेट किया है तो उसे वापस पाया जा सके।

मुंबई क्राइम ब्रांच अहमदनगर पुलिस के अलावा बुलढाणा पुलिस मामले की जांच कर रही है क्राइम ब्रांच सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों में एक महिला टीचर भी है वह कॉलेज के एक ग्रुप के साथ परीक्षा शुरू होने से करीब 2 घंटे पहले उस पहुंच जाती थी। जहां अलग अलग स्कूल कॉलेजों के लिए सील लगा पेपर का पैकेट रखा होता था। महिला टीचर अपने कॉलेज की गाड़ी में बैठने के बाद उस सील को तोड़कर पैकेट को खोलती थी। उसके बाद मोबाईल से पेपर की फोटो खींच कर एक व्हाटअप ग्रुप में उस फोटो को पोस्ट कर देती थीं।

टीचर अपनी 17 साल की बहन को भी इस पेपर की इमेज भेजी थी आरोप यह है कि पेपर की फोटो खींचने के बाद टीचर ने पेपर में लिख प्रश्नों के उत्तर भी तैयार किए और उन उत्तरो को भी कुछ लोगों को भेजा टीचर द्वारा एक व्हाट्सएप ग्रुप में किया गया पेपर दादर के एक विद्यार्थी को 3 मार्च को सुबह 9: 17 मिनट में पहुंचा।

 दादर के विद्यार्थी ने यह पेपर अपने किसी परिचित को भेजा उसने पेपर शुरू होने से 9 मिनट पहले विद्यार्थी को व्हाट्सएप पर उत्तर लिखकर भेज दिए दादर के विद्यार्थी ने यह उत्तर बाद में अपने उत्तर पुस्तिका मे भी लिख दिया लेकिन बाद में परीक्षा केंद्र में किसी टीचर ने विद्यार्थी को पकड़ लिया ।

उसके बाद मुंबई पुलिस में एफ आई आर दर्ज की गई और केस क्राइम ब्रांच को सौंपा गया दादर के विद्यार्थी से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसे अहमदनगर से यह लीक पेपर व्हाट्सएप पर मिला उसके बाद कुर्ला क्राइम ब्रांच की टीम अहमदनगर गई। 

जहां आरोपियों से  पूछताछ की उनके मोबाइल चेक किए उसमें कई विद्यार्थी के नंबर भी मिले क्योंकि विद्यार्थी नाबालिक है इसलिए क्राइम ब्रांच ने उन्हे आरोपी नही बनाया उन्हे आरोपियों के खिलाफ़ गवाह बनाया जायेगा क्राइम ब्रांच का मानना है कि पेपर लीक करने के लिए आरोपियों को मोटी रकम मिली थी ।जांच में सामने आया है कि अहमदनगर के कॉलेज के आरोपी हैं उसी कॉलेज के विद्यार्थियों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया था ताकि सभी विद्यार्थी अच्छे नंबर से पास हो जाएं और कॉलेज की बेहतरीन छवि बनी रहे लेकिन इस कॉलेज के व्हाट्सएप के बाद में पेपर लीक  किए गए ।


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