सीएसटी से कल्याण तक के फेरीवालों से करता था लाखो की अवैध वसूली
मुंबई : दादर जीआरपी रेलवे के प्लेटफॉर्म के फेरीवालों से वसूली का एक संगठित गैंग चलानेवाले संतोष कुमार सिंह उर्फ बबलू ठाकुर और उसकी पत्नी सहित अन्य 6 आरोपियों के खिलाफ मकोका के तहत करवाई करते हुए उनकी कई संपति को कुर्क कर दिया। संतोष सिंह रेलवे प्लेट फार्म के फेरीवालो से अवैध वसूली करके करोड़ों की संपत्ति बना रखा थी।
दादर जीआरपी के सीनियर इंस्पेक्टर ज्ञानेश्वर काटकर के मुताबिक़ आरोपी और उसकी पत्नी इस गिरोह की सरगना है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी के पास करोड़ो की संपति है जिसमे से उसके पास दो महंगी और एक मोटर साइकिल है।
मुंबई में १० घर उत्तर प्रदेश में उसके पैतृक स्थान में दो प्लॉट, पांच एकड़ खेती है। डेढ़ किलोग्राम सोना, १० लाख रुपए की बीमा पॉलिसी और बैंक के करीब ३० खातों में जमा रुपए शामिल हैं।
आरोपी 2005 में मुंबई आया था
जीआरपी के अनुसार आरोपी 2005 में मुंबई आया और दादर स्टेशन पे सेविंग ब्लेड बेचता था। उसने फिर वहा के अपराधियों के साथ संपर्क बनाए और उनसे हफ्ता वसूली की रणनीति सीखी इसके लिए उसने स्थानीय अपराधियों का इस्तेमाल किया और अपने अवैध हफ्ता वसूली का रैकेट चलाया काटकर ने बताया सिंह प्रतिदिन हर फेरीवालों से 500 की वसुली करता था और जल्द ही उसने लाखो की कमाई की और संपति में निवेश किया जो फेरीवाला हफ्ता नहीं देता वह अपने साथियों के द्वारा इनपर धारदार हथियारों से उनपे हमला करवाता था। अधिकारियो मुताबिक आरोपी दादर, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, भायखला और कुर्ला रेलवे स्टेशनों के साथ ही ठाणे शहर और कल्याण स्टेशन पर भी वसूली रैकेट चला रहा था। आरोपी और उसकी पत्नी के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। ज्ञानेश्वर कातकर ने आगे बताया, ‘हमने आरोपी फेरीवाले, उसकी पत्नी और छह अन्य सहयोगियों के खिलाफ मकोका लगाकर उनकी संपत्ति कुर्क की है। उनके खिलाफ आखिरी मामला भादंसं की धारा ३८७ (वसूली) और ३९२ (लूट) के तहत दर्ज है और जांच अभी भी जारी है।
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